साक्षात्कार

साक्षात्कार

परमात्मा व्यक्ति नहीं है उसका,
साक्षात्कार नहीं हो सकता,
परमात्मा शक्ति है लेकिन शक्ति,
भी पढार्थगत नहीं है आत्म गत है,
इसलिए उसका पहला अनुभव,
स्वयं में प्रवेश पर ही होता है।
OSHO

छाया

छाया

अज्ञान ही पाप है शेष पाप,
तो उसकी छाया मात्र है।
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अंधविश्वासों

अंधविश्वासों

आत्मविश्वास का अभाव,
ही सभी अंधविश्वासों,
का जनक है।
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एहसास

एहसास

कार्य कर लेने के बाद,
जिसका एहसास होता है,
वह है क्रोध।
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संभावना

संभावना

हमेशा याद रखें कि जो,
सामने है वह सच है,
उसके बाद जो कुछ भी है,
वह सिर्फ संभावना है।
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भविष्य

भविष्य

जीवन आज और अभी है,
उसे कभी अतीत या,
भविष्य में ना देखें।
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शक्ति

शक्ति

किसी चीज को दबाना उसे शक्ति,
देने का दूसरा नाम है।
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पूजा

पूजा

भोले बाबा की पूजा करेंगे,
तभी सारे बिगड़े काम बनेंगे,
महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं |

श्रृंगार

श्रृंगार

जिनके रोम-रोम में शिव हैं वही,
विष पिया करते हैं,
जमाना उन्हें क्या जलाएगा जो,
श्रृंगार ही अंगार से किया करते हैं,
शुभ महाशिवरात्रि |

भोलेनाथ

भोलेनाथ

नागिन के दिया ना तोल के दिया,
मेरे भोलेनाथ ने जिसे भी दिया,
दिल खोल के दिया,
शुभ महाशिवरात्रि।

मोहब्बत

मोहब्बत

दिखावे की मोहब्बत से,
दूर रहता हूँ मैं,
इसलिए भोले के नशे मे,
चूर रहता हू मैं,
शुभ महाशिवरात्रि |

महादेव

महादेव

कैसे कह दूँ कि मेरी हर,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं जब-जब रोया तब-तब,
महादेव को खबर हो गई,
शुभ महाशिवरात्रि।

महफ़िल

महफ़िल

करूँ क्यों फ़िक्र कि मौत के बाद,
जगह कहाँ मिलेगी,
जहाँ होगी मेरे महादेव की महफ़िल,
मेरी रूह वहाँ मिलेगी,
शुभ महाशिवरात्रि |

भक्तों

भक्तों

शंकर की ज्योति से,
नूर मिलता है,
भक्तों के दिलों को,
सकूं मिलता है,
शिव के द्वार आता है,
जो भी,
सबको फल जरूर,
मिलता है,
शुभ महाशिवरात्रि।

ज़िन्दगी

ज़िन्दगी

पी के भांग ज़मा लो रंग,
ज़िन्दगी बीते खुशियों के संग,
लेकर नाम शिव भोले का,
दिल में भरलो शिवरात्रि की उमंग।

विश्वास

विश्वास

ॐ में ही आस्था,
ॐ में ही विश्वास,
ॐ में ही शक्ति,
ॐ में ही सारा संसार,
ॐ से होती है अच्छे,
दिन कि शुरुवात,
बोलो ॐ नमः शिवाय,
हैप्पी शिवरात्रि |

महादेव

महादेव

शिव की शक्ति से
शिव की भक्ति से
खुशियों की बहार मिले
महादेव की कृपा से
आप सब दोस्तों को जिंदगी,
में प्यार मिले महाशिवरात्रि के,
पावन अफसर पर शुभ कामनाएं |

जीवन

जीवन

शिव की महिमा अपार,
शिव करते सबका उद्धार,
उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे,
और आपके जीवन में आयें,
खुशियाँ हज़ार ।

प्रेम

प्रेम

जैन लोग बुद्ध को इतना,
प्रेम करते हैं,
कि वो उनका मज़ाक भी,
उड़ा सकते हैं,
ये अथाह प्रेम कि,
वजह से है,
उनमे डर नहीं है |
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अर्थहीन

अर्थहीन

अर्थ मनुष्य द्वारा बनाये गए हैं ,
और चूँकि आप लगातार अर्थ,
जानने में लगे रहते हैं,
इसलिए आप अर्थहीन,
महसूस करने लगते हैं |
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आत्मज्ञान

आत्मज्ञान

जैन एकमात्र धर्म है,
जो एकाएक आत्मज्ञान,
सीखता है,
इसका कहना है कि,
आत्मज्ञान में समय नहीं,
लगता ये बस कुछ ही,
क्षणों में हो सकता है |
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आत्मज्ञान

आत्मज्ञान

आत्मज्ञान एक समझ है,
कि यही सबकुछ है,
यही बिलकुल सही है,
बस  यही है आत्मज्ञान,
कोई उप्लाब्धि नही है,
यह ये जानना है,
कि ना कुछ पाना है,
और ना कहीं जाना है |
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दिवालिया

दिवालिया

आप जितने लोगों को चाहें उतने लोगों,
को प्रेम कर सकते हैं इसका ये मतलब,
नहीं है कि आप एक दिन दिवालिया हो,
जायेंगे और कहेंगे,
अब मेरे पास प्रेम नहीं है,
जहाँ तक प्रेम का सवाल है ,
आप दिवालिया नहीं हो सकते |
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अहंकार

अहंकार

प्रेम तब खुश होता है,
जब वो कुछ दे पाता है,
अहंकार तब खुश होता है,
जब वो कुछ ले पाता है |
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खोजिये

खोजिये

खुद को खोजिये नहीं तो,
आपको दुसरे लोगों के,
राय पर निर्भर रहना पड़ेगा,
जो खुद को नहीं जानते |
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दोस्त

दोस्त

कभी ये मत पूछो मेरा,
सच्चा दोस्त कौन है?”
पूछो, “क्या मैं किसी
का सच्चा दोस्त हूँ?”
ये सही प्रश्न है |
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चंचलता

चंचलता

गंभीरता एक बीमारी है,
आत्मा की सबसे बड़ी,
बीमारी और चंचलता,
सबसे बड़ी सेहत है |
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ज़रुरत

ज़रुरत

सम्बन्ध उनकी,
ज़रुरत हैं ,
जो अकेले नहीं,
रह सकते |
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शिखर

शिखर

आकाश में एक अकेले ऊँचे,
शिखर की तरह रहो,
तुम्हे किसी का हो चीजें,
किसी की होती हैं |
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जीवित

जीवित

जीवन कोई त्रासदी नहीं है,
ये एक हास्य है जीवित,
रहने का मतलब है,
हास्य का बोध होना |
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आनंद

आनंद

जिस दिन आप ने सोच लिया कि आपने,
ज्ञान पा लिया है आपकी मृत्यु हो जाती,
है क्योंकि अब ना कोई आश्चर्य होगा,
ना कोई आनंद और ना कोई अचरज,
अब आप एक मृत जीवन जियेंगे |
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क्षमताएं

क्षमताएं

जब मैं कहता हूँ कि आप देवी-देवता हैं,
तो मेरा मतलब होता है कि आप में,
अनंत संभावनाएं है आपकी,
क्षमताएं अनंत हैं |
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सर्वोच्च

सर्वोच्च

मित्रता शुद्धतम प्रेम है ,
ये प्रेम का सर्वोच्च रूप है,
जहाँ कुछ भी नहीं माँगा जाता ,
कोई शर्त नहीं होती जहां बस,
देने में आनंद आता है |
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बुद्धिमान

बुद्धिमान

मूर्ख दूसरों पर,
हँसते हैं बुद्धिमान,
खुद पर |
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अपनाइए

अपनाइए

कोई चुनाव मत करिए जीवन,
को ऐसे अपनाइए जैसे,
वो अपनी समग्रता में है |
OSHO

असहमति

असहमति

अगर आप सच देखना,
चाहते हैं तो ना,
सहमती और ना,
असहमति में राय रखिये |
OSHO

प्रेम

प्रेम

केवल वो लोग जो कुछ भी,
नहीं बनने के लिए तैयार हैं,
प्रेम कर सकते हैं |
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